
‘मोदी सरकार की रणनीति स्पष्ट नहीं’, पहलगाम आतंकी हमले को लेकर CWC की बैठक में बोले मल्लिकार्जुन खरगे
Pahalgam Terror Attack: कांग्रेस कार्यसमिति बैठक (CWC) की बैठके में पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने पहलगाम आतंकी हमले को लेकर केंद्र सरकार पर स्पष्ट नीति की कमी का आरोप लगाया. कांग्रेस अध्यक्ष कहा कि पहलगाम आतंकी हमले से उत्पन्न स्थिति से निपटने के लिए सरकार की ओर से कोई स्पष्ट रणनीति सामने नहीं आई है. हालांकि उन्होंने कहा कि इस मुद्दे पर पूरा विपक्ष केंद्र के साथ है.
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने यह भी कहा कि सरकार ने जातिगत सर्वेक्षण की पार्टी की मांग स्वीकार कर ली है, लेकिन इस फैसले के समय ने हमें हैरान कर दिया है. उन्होंने जाति जनगणना सबंधी फैसले को लेकर सरकार की मंशा पर संदेह जताया और पार्टी नेताओं से कहा कि जातीय सर्वेक्षण के मुद्दे को तार्किक परिणति तक ले जाने के लिए सतर्क रहें.
‘मोदी सरकार की रणनीति स्पष्ट नहीं’
कांग्रेस अध्यक्ष ने जाति जनगणना कराने के सरकार के फैसले का श्रेय पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी को देते हुए कहा कि लोकसभा में विपक्ष के नेता ने एक बार फिर साबित कर दिया है कि अगर हम लोगों के मुद्दों को ईमानदारी से उठाते हैं, तो सरकार को झुकना पड़ता है कांग्रेस कार्यसमिति की पिछली बैठक में आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में केंद्र को दिए गए हरसंभव सहयोग के आश्वासन का उल्लेख करते हुए खरगे ने कहा कि पहलगाम हमले के कई दिन बाद भी सरकार की ओर से कोई स्पष्ट रणनीति नहीं आई है.
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा कि राहुल गांधी ने पहलगाम हमले में मारे गए शुभम द्विवेदी के परिजनों से कानपुर में मुलाकात की थी और सरकार से मृतक को शहीद का दर्जा और सम्मान देने की मांग की थी. उन्होंने कहा, ‘‘देश की एकता, अखंडता और समृद्धि के रास्ते में आने वाली किसी भी चुनौती के खिलाफ हम एकजुट होकर और सख्ती से काम करेंगे. इस मुद्दे पर पूरा विपक्ष सरकार के साथ है. हमने पूरी दुनिया को यह संदेश दिया है.’’
जाति जनगणना की टाइमिंग पर उठाए सवाल
खरगे ने कहा, “जाति जनगणना की सालों पुरानी हमारी मांग को सरकार ने माना, पर जो समय चुना गया उससे हमें आश्चर्य के साथ हैरानी भी हुई. जिस भाषा और भाव के साथ कई बातें कही गयीं, उसको लेकर भी कई संदेह हमारे दिल में पैदा हुए हैं. जब 16 अप्रैल, 2023 को मैने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को चिट्ठी लिखकर इस बारे में मांग की थी तो सरकार इसके बिल्कुल खिलाफ थी फिर अचानक हृदय परिवर्तन कैसे हुआ?”
मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा, “सरकार ने हरेक मंच पर हमारी मांग का विरोध किया. इसे विभाजनकारी बताया और अर्बन नक्सल कहा गया. राज्यों के चुनावों में पीएम मोदी से लेकर RSS नेताओं ने इसकी आलोचना की. बंटेगे तो कटेंगे जैसे नारे दिए गए.”
RSS के कारण जाति जनगणना टालती रही सरकार
कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा, “मोदी सरकार ने तो 2021 की जनगणना नहीं कराई. आज भी सारा सरकारी काम 2011 की जनगणना के आंकड़ों पर चल रहा है. जातिगत जनगणना का काम RSS की आरक्षण विरोधी सोच के कारण भी मोदी सरकार लगातार टालती रही. पर अब जब जनता इस मुद्दे पर कांग्रेस पार्टी और सहोयोगी दलों के साथ जुड़ने लगी तो पीएम मोदी के लिए इसे और अधिक टालना संभव नहीं रहा.”
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